भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन को मुख्य रूप से तीन चरणों में विभाजित किया जाता है:
- प्रथम चरण (1885-1905): उदारवादी चरण
- द्वितीय चरण (1905-1919): उग्रवादी चरण
- तृतीय चरण (1919-1947): गांधीवादी चरण
- संस्थापक: एक अवकाश प्राप्त अंग्रेज आई.सी.एस. अधिकारी एलेन ऑक्टेवियन ह्यूम (ए.ओ. ह्यूम) द्वारा।
- स्थापना वर्ष: 28 दिसम्बर, 1885।
- तत्कालीन वायसराय: लॉर्ड डफरिन।
- पूर्ववर्ती संस्था: इसका प्रारंभिक नाम 'भारतीय राष्ट्रीय संघ' था। दादाभाई नौरोजी के सुझाव पर इसका नाम बदलकर 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' कर दिया गया।
- प्रथम अधिवेशन:
- स्थान: बम्बई में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय। (यह पहले पुणे में प्रस्तावित था, लेकिन प्लेग फैलने के कारण स्थान बदला गया)।
- अध्यक्ष: व्योमेश चन्द्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee)।
- प्रतिभागी: कुल 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें अधिकांश पत्रकार व वकील थे।
🤔 सेफ्टी वाल्व सिद्धांत: यह कांग्रेस की स्थापना से जुड़ा सबसे प्रचलित विवाद है। इसके अनुसार, अंग्रेजों ने 1857 जैसे विद्रोह से बचने के लिए भारतीयों के गुस्से को एक सुरक्षित मंच प्रदान करने हेतु जानबूझकर ह्यूम द्वारा कांग्रेस की स्थापना कराई। इस सिद्धांत का सर्वाधिक प्रचार लाला लाजपत राय ने किया।