क्रांतिकारी आंदोलन,उग्र राष्ट्रवाद
क्रांतिकारी आंदोलन का प्रथम चरण (1897-1915)
विदेशों में क्रांतिकारी गतिविधियाँ
क्रांतिकारी आंदोलन का द्वितीय चरण (1922-1934)

1922 में असहयोग आंदोलन की वापसी से निराश और 1917 की रूसी क्रांति से प्रेरित युवाओं ने पुनः क्रांति का मार्ग चुना।

भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और आजाद की गतिविधियाँ
भगवती चरण वोहरा ने चंद्रशेखर आजाद के कहने पर 'द फिलॉसफी ऑफ द बम' नामक प्रसिद्ध लेख लिखा था, जो क्रांतिकारियों के विचारों को स्पष्ट करता था।
प्रमुख षड्यंत्र केस और अन्य घटनाएँ
प्रमुख क्रांतिकारी व्यक्तित्व

चंद्रशेखर आजाद (1906-1931)

  • जन्म: 23 जुलाई, 1906 (भांवरा, मध्य प्रदेश)।
  • HRA के सक्रिय सदस्य और काकोरी कांड के बाद HSRA के कमांडर-इन-चीफ।
  • शहीदी: 27 फरवरी, 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में पुलिस मुठभेड़ में।

भगत सिंह (1907-1931)

  • जन्म: 28 सितंबर, 1907 (बंगा, पंजाब)।
  • 1926 में 'नौजवान भारत सभा' की स्थापना की। HSRA के प्रमुख विचारक।
  • "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे को लोकप्रिय बनाया।
  • शहीदी: 23 मार्च, 1931 को लाहौर में फाँसी।

राम प्रसाद बिस्मिल (1897-1927)

  • जन्म: 11 जून, 1897 (शाहजहाँपुर, उ.प्र.)।
  • HRA के संस्थापक सदस्य और काकोरी कांड के मुख्य योजनाकार।
  • 'सरफरोशी की तमन्ना' गजल से जुड़े।
  • शहीदी: 19 दिसंबर, 1927 को गोरखपुर जेल में फाँसी।

सूर्य सेन (मास्टर दा) (1894-1934)

  • बंगाल के महान क्रांतिकारी और पेशे से शिक्षक।
  • 1930 में इंडियन रिपब्लिकन आर्मी (IRA) की स्थापना की।
  • चटगाँव शस्त्रागार लूट का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।
  • शहीदी: 12 जनवरी, 1934 को फाँसी।
क्रांतिकारी संगठन : एक दृष्टि में
संगठन स्थापना संस्थापक स्थल
व्यायाम मंडल 1896-97 चापेकर बंधु पूना
अभिनव भारत समाज 1904 विनायक दामोदर सावरकर महाराष्ट्र
अनुशीलन समिति 1902/1907 पी. मित्रा, वारीन्द्र घोष आदि बंगाल
इंडिया हाउस 1905 श्यामजी कृष्ण वर्मा लंदन
गदर पार्टी 1913 लाला हरदयाल, सोहन सिंह भाकना सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका)
हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) 1924 शचींद्रनाथ सान्याल, राम प्रसाद बिस्मिल कानपुर
नौजवान सभा 1926 भगत सिंह पंजाब
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) 1928 चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह दिल्ली
इंडियन रिपब्लिकन आर्मी (IRA) 1930 सूर्यसेन चटगाँव (बंगाल)